TOP 10 ekadashi bhajan 2025 : 2025 की पहली एकादशी पुत्रदा एकादशी 10 जनवरी 2025 को मनाई जा रही है इसी उपलक्ष्य में हम आपके लिए लेकर आए हैं एकादशी भजन लिरिक्स 2025 भारत मे एकादशी बड़े ही धूमधाम से मनाई जाती है दिन व्रत के साथ-साथ मंदिर में भजन कीर्तन किए जाते हैं नए साल यानी 2025 की शुरुआत हो गई है
और जल्द ही 2025 की पहली एकादशी आने वाली है ऐसे में हम आपके लिए एकादशी के लेटेस्ट भजन लेकर आए हैं आईए देखते हैं ऐसे में इस आर्टिकल में हम आपके लिए एकादशी के लेटेस्ट ढोलक वाले टॉप 10 भजन लेकर आए हैं
TOP 10 ekadashi bhajan 2025
संतों की प्यारी एकादशी लिरिक्स भजन
संतों की प्यारी एकादशी मुनियों की प्यारी एकादशी ।
मुनियों की प्यारी एकादशी संतों की प्यारी एकादशी।
मेरे अंगने में गंगा बहत है।मेरे अंगने में गंगा बहत है।
स्नान करावे एकादशी, मुनियों की प्यारी एकादशी संतों की प्यारी एकादशी।
मुनियों की प्यारी एकादशी संतों की प्यारी एकादशी।
मेरे अंगने में एक तुलसी का बिरबा।मेरे अंगने में एक तुलसी का बिरबा।
पूजा-पाठ करावे एकादशी, मुनियों की प्यारी एकादशी संतों की प्यारी एकादशी।
मुनियों की प्यारी एकादशी संतों की प्यारी एकादशी।
मेरे अंगने में राम जी का मंदिर।मेरे अंगने में राम जी का मंदिर।
दर्शन करावे एकादशी, मुनियों की प्यारी एकादशी संतों की प्यारी एकादशी।
मुनियों की प्यारी एकादशी संतों की प्यारी एकादशी।
मेरे दरवाजे एक गैया खड़ी है।
मेरे दरवाजे एक गैया खड़ी है।
दान पुण्य करावे एकादशी, मुनियों की प्यारी एकादशी संतों की प्यारी एकादशी।
मुनियों की प्यारी एकादशी संतों की प्यारी एकादशी।
मेरे दरवाजे गुरु जी खड़े हैं ।
मेरे दरवाजे गुरु जी खड़े हैं ।
मोहे ज्ञान बतावे एकादशी, मुनियों की प्यारी एकादशी संतों की प्यारी एकादशी।
मुनियों की प्यारी एकादशी संतों की प्यारी एकादशी।
ग्यारस मैया लगावे बेड़ा पार लिरिक्स
ग्यारस मैया तो लगावे बेड़ा पार, बरत बड़ा ग्यारस क
ग्यारस मैया तो लगावे बेड़ा पार, बरत बड़ा ग्यारस का
ग्यारस का तो व्रत करा है द्रोपदी बाई ने,
उसका चीर बढ़ाएं घनश्याम,
बरत बड़ा ग्यारस का
ग्यारस मैया तो लगावे बेड़ा पार…
ग्यारस का तो व्रत करा है मीराबाई ने,
उसके प्याले में समा गए घनश्याम,
बरत बड़ा ग्यारस का (2)
ग्यारस मैया तो लगावे बेड़ा पार……….
ग्यारस का तो व्रत करा है हरिश्चंद्र राजा ने,
उसका घड़ा उठवा गए घनश्याम,
बरत बड़ा ग्यारस का (2)
ग्यारस मैया तो लगावे बेड़ा पार……….
ग्यारस का तो व्रत करा है मोरध्वज राजा ने,
उसकी आरी चला गए घनश्याम,
बरत बड़ा ग्यारस का… (2)
ग्यारस मैया तो लगावे बेड़ा पार………
ग्यारस का तो बरत करा है नरसी भगत ने,
उसकी गाड़ी चला गए घनश्याम,
बरत बड़ा ग्यारस का….. (2)
ग्यारस मैया तो लगावे बेड़ा पार……
ग्यारस का तो बरत करा है रामा बाई ने,
उसका भात भराय गए घनश्याम,
बरत बड़ा ग्यारस का… (2)
ग्यारस मैया तो लगावे बेड़ा पार………
ग्यारस का तो व्रत करा है भिलनी बाई ने,
उसके झूठे बेर खा गए भगवान,
बरत बड़ा ग्यारस का… (2)
ग्यारस मैया तो लगावे बेड़ा पार..
ग्यारस का तो व्रत करा है सीता माता ने,
धरती माता ने ले ली गोद पसार,
बरत बड़ा ग्यारस का… (2)
ग्यारस मैया तो लगावे बेड़ा पार
ग्यारस का तो व्रत करा है सारे भक्तों ने,
सबको दरस दिखाये घनश्याम,
बरत बड़ा ग्यारस का… (2)
ग्यारस मैया तो लगावे बेड़ा पार.
कर लो ना राम भजन ग्यारस का Lyrics
कर लो ना राम भजन ग्यारस का।
भजन ग्यारस का व्रत ग्यारस का।
इंद्रलोक से ग्यारस उतरी।
तो अंगना में लिए विश्राम मेरी बहना।
एक बहन के 5 पुत्र है।
एक के एक भी ना होए मेरी बहना।
एक पुत्तर तो उधार दे दे, तो मेरा भी जन्म सफल मेरी बहना।
सोना चांदी मिले है उधारा,रुपिया पैसा मिले है उधारा।
पर पुत्तर उधारा नहीं मिले मेरी बहना।
कर लो ना राम भजन ग्यारस का।
भजन ग्यारस का व्रत ग्यारस का।
एक पुत्र मेरा सूरज कहिए तो उस दिन जग अंधियारा मेरी बहना।
एक पुत्र मेरा चंदा भी कहिए।
उस बिन चांदनी ना होवे मेरी बहना।
एक पुत्र मेरा जल जो भी कहिए।
उस बिन जग में प्यासा रहे मेरी बहना।
एक पुत्र मेरा अन् भी कहिए।
उस बिन जग भूखा रहे मेरी बहना।
एक पुत्र मेरा ज्ञान भी कहिए।
उस बिन ज्ञान कौन बताए मेरी बहना।
कर लो ना राम भजन ग्यारस का।
भजन ग्यारस का व्रत ग्यारस का।
आकाश उड़ता विमान जो आया।
चल बूढीया तुझे राम ने बुलाया।
राम ने बुलाया भगवान ने बुलाया।
विष्णु ने तो पट खुलवाएं।
तो बुढ़िया को वैकुंठ भेजो मेरी
तू कर ले व्रत ग्यारस का भजन lyrics
तू कर ले ब्रत ग्यारस को
हरी तो तुझे मिल जायेंगे
माला जप ले तू कर ले ब्रत ग्यारस को
कभी दान करो अन्न धन का
कि भंडारे भर जायेंगे
माला जप ले तू कर ले ब्रत ग्यारस को
तुम सेवा करो मां बाप की
कि सारे तीर्थ हो जायेंगे
माला जप ले तू कर ले ब्रत ग्यारस को
तुम सेवा करो गऊ मां की
कि बैकुंठ मिल जायेगा
माला जप ले तू कर ले ब्रत ग्यारस को
कभी दिल न किसी का दुखाना
कि सब सुख मिल जायेगा
माला जप ले तू कर ले ब्रत ग्यारस को
कभी कीर्तन करो हरि नाम का
कि बेड़ा पार हो जायेगा
माला जप ले तू कर ले ब्रत ग्यारस को
अर्जुन सुन गीता का ज्ञान जगत में लिरिक्स
अर्जुन सुन गीता का ज्ञान,
जगत में ग्यारस बड़ी महान,
अर्जुन सुन गीता का ज्ञान,
जगत में ग्यारस बड़ी महान ॥
ग्यारस के दिन सिर से नहावे,
लेवे कछुए का अवतार,
कछुए का अवतार रे,
अर्जुन कछुए का अवतार,
अर्जुन सुन गीता का ज्ञान,
जगत में ग्यारस बड़ी महान ॥
ग्यारस के दिन खाट पै सोवे,
लेवे अजगर का अवतार,
अजगर का अवतार रे,
अर्जुन अजगर का अवतार,
अर्जुन सुन गीता का ज्ञान,
जगत में ग्यारस बड़ी महान ॥
ग्यारस के दिन बैंगन खावे,
लेवे भैंसे का अवतार,
भैंसे का अवतार रे,
अर्जुन भैसे का अवतार,
अर्जुन सुन गीता का ज्ञान,
जगत में ग्यारस बड़ी महान ॥
ग्यारस के दिन चावल खावे,
लेवे कीड़े का अवतार,
कीड़े का अवतार रे,
अर्जुन कीड़े का अवतार,
अर्जुन सुन गीता का ज्ञान,
जगत में ग्यारस बड़ी महान ॥
ग्यारस के दिन दूध जो पीवे,
लेवे नागिन का अवतार,
नागिन का अवतार रे,
अर्जुन नागिन का अवतार,
अर्जुन सुन गीता का ज्ञान,
जगत में ग्यारस बड़ी महान ॥
ग्यारस के दिन घर घर डोले,
लेवे कुतिया का अवतार,
कुतिया का अवतार रे,
अर्जुन कुतिया का अवतार,
अर्जुन सुन गीता का ज्ञान,
जगत में ग्यारस बड़ी महान ॥
ग्यारस के दिन करे लड़ाई,
लेवे चंडी का अवतार,
चंडी का अवतार रे,
अर्जुन चंडी का अवतार,
अर्जुन सुन गीता का ज्ञान,
जगत में ग्यारस बड़ी महान ॥
ग्यारस के दिन माला फेरे,
हो जाए भव से पार,
हो जाए भव से पार रे,
अर्जुन हो जाए भव से पार,
अर्जुन सुन गीता का ज्ञान,
जगत में ग्यारस बड़ी महान ॥
अर्जुन सुन गीता का ज्ञान,
जगत में ग्यारस बड़ी महान,
अर्जुन सुन गीता का ज्ञान,
जगत में ग्यारस बड़ी महान ॥
ग्यारस चांदण की आई भगता मिल ज्योत जगाई लिरिक्स
ग्यारस चांदण की आई,
भगता मिल ज्योत जगाई,
झांझ मज़ीरा बाजे आंगणे,
ओ बाबा झांझ मज़ीरा बाजे आंगणे,
मन में हरियाली छाई,
भगता मिल ज्योत जगाई,
झांझ मज़ीरा बाजे आंगणे,
ओ बाबा झांझ मज़ीरा बाजे आंगणे ॥
चम चम चमकातो मुखडो,
काना में कुंडल हो,
काना में कुंडल हो,
हिवड़ो हुलसायो म्हारो,
भला पधारया हो,
भला पधारया,
हीरो भलके माथे में,
अंतर जमके बागे में,
फुल्डा बरसे छे म्हारे आंगणे,
ओ बाबा फुल्डा बरसे छे म्हारे आंगणे,
ग्यारस चांदण की आईं,
भगता मिल ज्योत जगाई,
झांझ मज़ीरा बाजे आंगणे,
ओ बाबा झांझ मज़ीरा बाजे आंगणे ॥
गंगाजल झारी थारा,
चरण पखारा हो,
चरण पखारा,
उँचे सिंहासन बैठो,
आरती उतारा हो,
आरती उतारा,
भजन सुनावा थाने,
गाकर रिझावा थाने,
अमृत बरसे छे म्हारे आंगणे,
ओ बाबा अमृत बरसे छे म्हारे आंगणे,
ग्यारस चांदण की आईं,
भगता मिल ज्योत जगाई,
झांझ मज़ीरा बाजे आंगणे,
ओ बाबा झांझ मज़ीरा बाजे आंगणे ॥
जो थाने भावे बाबा,
भोग लगावा हो,
भोग लगावा,
रूच रूच जिमो प्रभु जी,
परदो लगावा हो,
परदो लगावा,
तारो मुलक़ातो मुखड़ो,
चंदा सू लागे उजलो,
कीर्तन में देखयो थाने आंगणे,
ओ बाबा कीर्तन में देखयो थाने आंगणे,
ग्यारस चांदण की आईं,
भगता मिल ज्योत जगाई,
झांझ मज़ीरा बाजे आंगणे,
ओ बाबा झांझ मज़ीरा बाजे आंगणे ॥
बिडलो दबावों मुख में,
अंतर काना में हो,
अंतर काना में,
थारे लीले के पांवा,
बिछिया बाजनीया हो,
बिछिया बाजनीया,
करस्यां पहरावणी थारी,
आशा पूरण म्हारी,
चरण दबास्या म्हारे आंगणे,
ओ बाबा चरण दबास्या म्हारे आंगणे,
ग्यारस चांदण की आईं,
भगता मिल ज्योत जगाई,
झांझ मज़ीरा बाजे आंगणे,
ओ बाबा झांझ मज़ीरा बाजे आंगणे ॥
लगन निभाजो प्रभु जी,
प्रेम बढाजो हो,
प्रेम बढाजो,
या म्हारी मिनखा जूणी,
सफल बनाजो हो,
सफल बनाजो,
मोती चरणा को चाकर,
नंदू रिझावे गाकर,
भल भल पधारया म्हारे आंगणे,
ओ बाबा भल भल पधारया म्हारे आंगणे,
ग्यारस चांदण की आईं,
भगता मिल ज्योत जगाई,
झांझ मज़ीरा बाजे आंगणे,
ओ बाबा झांझ मज़ीरा बाजे आंगणे ॥
ग्यारस चांदण की आई,
भगता मिल ज्योत जगाई,
झांझ मज़ीरा बाजे आंगणे,
ओ बाबा झांझ मज़ीरा बाजे आंगणे,
मन में हरियाली छाई,
भगता मिल ज्योत जगाई,
झांझ मज़ीरा बाजे आंगणे,
ओ बाबा झांझ मज़ीरा बाजे आंगणे ॥
गर श्याम से मिलना है एक बात समझ लेना,
एक बात समझ लेना,
हारे का साथी है,
सदा हार के तू रहना ॥
हाज़री लिखवाता हूँ हर ग्यारस में लिरिक्स
हाज़री लिखवाता हूँ हर ग्यारस में,
मिलती है तन्खा, मिलती है तन्खा,
मुझे बारस में,
हाज़री लिखवाता हूँ हर ग्यारस में ॥
दो दिन के बदले में तीस दिनों तक मौज करूँ,
अपने ठाकुर की सेवा भजनो से रोज करूँ,
रहता है तू सदा, रहता है तू सदा,
भक्तो के वश में,
हाज़री लिखवाता हूँ हर ग्यारस में ॥
दो आंसू जब बह जाते है चरणों में तेरे,
करता घर की रखवाली जाकर तू घर मेरे,
झूठी ना खाता हूँ, झूठी ना खाता हूँ,
दर पे मैं कस्मे,
हाज़री लिखवाता हूँ हर ग्यारस में ॥
दुनिया की सब मौजे छूटे ग्यारस न छूटे,
श्याम के संग हरबार तेरे दर की मस्ती लुटे,
मिल गया तू मुझे, मिल गया तू मुझे,
भजनो के रस्मे,
हाज़री लिखवाता हूँ हर ग्यारस में ॥
हाज़री लिखवाता हूँ हर ग्यारस में,
मिलती है तन्खा, मिलती है तन्खा,
मुझे बारस में,
हाज़री लिखवाता हूँ हर ग्यारस में ॥
जागु ग्यारस की रातों में तेरा ज़िक्र मेरी सब बातो में लिरिक्स
जागु ग्यारस की रातों में,
तेरा ज़िक्र मेरी सब बातो में,
फिर भी वो लकीर नहीं मिटती,
जो खींच दी तूने हाथो में,
मेरे घर की हालत देख श्याम,
कभी आकर तू बरसातों में,
मेरे घर की हालत देख श्याम,
कभी आकर तू बरसातों में ॥
हर साल ये विपदा आती है,
हर बार ये घर ढह जाता है,
तस्वीर तेरी रह जाती है,
बाकी सब कुछ बह जाता है,
हम तुझे छुपा लेते है श्याम,
इन टूटे फूटे जाको में,
मेरे घर की हालत देख श्याम,
कभी आकर तू बरसातों में ॥
सिर पे है घटाओ की चादर,
धरती की सेज बिछाते है,
तेरा नाम लेकर ही बच्चे,
भूखें ही सो जाते है,
तेरी ज्योत जगानी ना छोड़ी,
ऐसे भी हालातो में,
मेरे घर की हालत देख श्याम,
कभी आकर तू बरसातों में ॥
कोई और दुआ न मांगी है,
माँगा है बस प्यार तेरा,
तू मालिक सारी दुनिया का,
दर दर भटके परिवार तेरा,
हमको तो ताने देते है,
जग वाले बातो बातो में,
मेरे घर की हालत देख श्याम,
कभी आकर तू बरसातों में ॥
जागु ग्यारस की रातों में,
तेरा ज़िक्र मेरी सब बातो में,
फिर भी वो लकीर नहीं मिटती,
जो खींच दी तूने हाथो में,
मेरे घर की हालत देख श्याम,
कभी आकर तू बरसातों में,
मेरे घर की हालत देख श्याम,
कभी आकर तू बरसातों में ॥
कार्तिक ग्यारस जन्मे श्याम सबको आज बधाई है लिरिक्स
दोहा – जनम लियो एक बालक ने,
बर्बरीक पड्यो नाम,
शीश दान दे श्री कृष्ण को,
कहलाये बाबा श्याम।
कार्तिक ग्यारस जन्मे श्याम,
सबको आज बधाई है,
सबको आज बधाई है,
सबको आज बधाई है,
कार्तिक ग्यारस जन्में श्याम,
सबको आज बधाई है ॥
भीमसेन का पौत्र लाडला,
मौरवी माँ ने जाया लाला,
अहिलवती की आँख के तारे,
आज बधाई है,
कार्तिक ग्यारस जन्में श्याम,
सबको आज बधाई है ॥
खाटू में सब प्रेमी आये,
मेवा मिश्री केक भी लाये,
सब मिलकर उत्सव हैं मनाएं,
आज बधाई है,
कार्तिक ग्यारस जन्में श्याम,
सबको आज बधाई है ॥
रंग बिरंगे निशान हैं लाते,
नाचते गाते ख़ुशी मनाते,
कलयुग के राजा प्रगटे है,
आज बधाई है,
कार्तिक ग्यारस जन्में श्याम,
सबको आज बधाई है ॥
भाव देख भक्तों का बाबा,
उन पर अपना प्रेम लुटाता,
श्याम तेरी चौखट का भिखारी,
तू दातारी है,
कार्तिक ग्यारस जन्में श्याम,
सबको आज बधाई है ॥
कार्तिक ग्यारस जन्में श्याम,
सबको आज बधाई है,
सबको आज बधाई है,
सबको आज बधाई है,
कार्तिक ग्यारस जन्में श्याम,
सबको आज बधाई है ॥
2025 में आने वाली एकादशी
पौष पुत्रदा एकादशी, षटतिला एकादशी, जया एकादशी,विजया एकादशी, आमलकी एकादशी, पापमोचिनी एकादशी, कामदा एकादशी, वरुथिनी एकादशी, मोहिनी एकादशी, अपरा एकादशी, निर्जला एकादशी, योगिनी एकादशी, देवशयनी एकादशी, कामिका एकादशी, श्रावण पुत्रदा एकादशी, अजा एकादशी, परिवर्तिनी एकादशी, इन्दिरा एकादशी, पापांकुशा एकादशी, रमा एकादशी, देवुत्थान एकादशी, उत्पन्ना एकादशी, मोक्षदा एकादशी, सफला एकादशी, पौष पुत्रदा एकादशी, यह सभी एकादशी 2025 में आने वाली है.
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